प्रेम में बावली हो गयी मैं सनम बस तुम्हारी चरणधूलि पाकर।। प्रेम में बावली हो गयी मैं सनम बस तुम्हारी चरणधूलि पाकर।।
प्रथम गुरु तेरे चरणों में शीश हमने झुकाया है, तेरे चरणों की धूलि को प्रभु माथे लगाया प्रथम गुरु तेरे चरणों में शीश हमने झुकाया है, तेरे चरणों की धूलि को प्रभु मा...
हे ! पथ-प्रकाशक,दीप फिर, शुभ ज्ञान का जलता रहे। हे ! पथ-प्रकाशक,दीप फिर, शुभ ज्ञान का जलता रहे।
क्या करूँ मैं निंदा पर की, अपने ही जब वक्त बदलते। क्या करूँ मैं निंदा पर की, अपने ही जब वक्त बदलते।
हिय से तुम करो श्रवण हिय से तुम करो श्रवण
लेगा चरणों की सुधि केवट तब ही पार ले जाए।। लेगा चरणों की सुधि केवट तब ही पार ले जाए।।